इस माह की छह तारीख को हमारे छोटे चाचा की शादी के सम्बन्ध में समारोह का आयोजन किया गया। चाची की गोद भराई और चाचा का तिलक।
सभी कार्यक्रम उरई के एक होटल से किये गये। हम सभी लोग भी उसमें शामिल हुए।
कार्यक्रम के बाद सभी ने मिलजुल कर भोजन किया। हम अभी अपने हाथ से तो खाना नहीं खा पाते हैं तो हमें दादी अपनी गोद में बिठाकर खाना खिलाती हैं।
हमारे बुआ-फूफा, बाबा-दादी, चाचा-चाची लोग भी आये हुए थे। हमारे जन्म लेने के बाद घर में यह पहली शादी है। हमें तो अभी से बहुत मजा आ रहा है।
चाचा की शादी अप्रैल माह में है। उसमें भी सभी लोग आयेंगे।
सभी कार्यक्रम उरई के एक होटल से किये गये। हम सभी लोग भी उसमें शामिल हुए।
कार्यक्रम के बाद सभी ने मिलजुल कर भोजन किया। हम अभी अपने हाथ से तो खाना नहीं खा पाते हैं तो हमें दादी अपनी गोद में बिठाकर खाना खिलाती हैं।
हमारे बुआ-फूफा, बाबा-दादी, चाचा-चाची लोग भी आये हुए थे। हमारे जन्म लेने के बाद घर में यह पहली शादी है। हमें तो अभी से बहुत मजा आ रहा है।
चाचा की शादी अप्रैल माह में है। उसमें भी सभी लोग आयेंगे।
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